138 नौकरियों के बदले 20 हजार किसानों की बलि? यशोदा वर्मा बोलीं—किसानों के साथ हर लड़ाई लडूंगी

खैरागढ़ : केसीजी जिले के छुईखदान विकासखंड अंतर्गत संडी क्षेत्र में प्रस्तावित श्री सीमेंट कंपनी की चूना पत्थर खनन व सीमेंट प्लांट परियोजना को लेकर किसानों और ग्रामीणों में गहरी चिंता और आक्रोश है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 404 हेक्टेयर भूमि में चूना पत्थर खनन का प्रस्ताव दिया गया है, जिसमें प्रतिवर्ष लगभग 8.99 मिलियन टन उत्खनन और भारी मात्रा में अपशिष्ट उत्पादन होना बताया गया है। इस परियोजना से संडी, पंडरिया, बुन्देली, विचारपुर, भरदागोंड सहित लगभग 30 गांव प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से प्रभावित होंगे।
खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा ने इस परियोजना को किसानों के लिए घातक बताते हुए इसका कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र त्रिफसलीय, सिंचित और उपजाऊ कृषि भूमि वाला इलाका है, जहां हजारों एकड़ जमीन पर किसान पीढ़ियों से खेती कर अपनी आजीविका चला रहे हैं। इस परियोजना के शुरू होने से करीब 20 हजार से अधिक कृषक परिवारों की रोजी-रोटी पर सीधा संकट खड़ा हो जाएगा।उन्होंने आरोप लगाया कि पर्यावरण प्रभाव आंकलन रिपोर्ट अधूरी है। ध्वनि, वायु, जल, मृदा, वनस्पति और जीव-जंतुओं से संबंधित आवश्यक आधारभूत आंकड़े एकत्र नहीं किए गए हैं। धूल-डस्ट और प्रदूषण नियंत्रण को लेकर भी कोई ठोस व्यवस्था नहीं दर्शाई गई है। इसके बावजूद कंपनी आधी-अधूरी तैयारी के साथ जनसुनवाई कराने पर आमादा है, जो ग्रामीणों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि पूरी परियोजना में केवल 138 लोगों को रोजगार देने की बात कही जा रही है, जबकि इसके बदले हजारों किसानों की जमीन और जीवन प्रभावित होगा। हाल ही में छुईखदान-नगरी क्षेत्र में हुए हिंसक प्रदर्शन इस जनविरोध का स्पष्ट प्रमाण हैं।श्रीमती वर्मा ने मांग की है कि 11 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित जनसुनवाई को तत्काल रद्द किया जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि जनता इस परियोजना को नहीं चाहती, तो वे किसानों और क्षेत्रवासियों के साथ मजबूती से खड़ी रहेंगी और जनभावनाओं के अनुरूप हर लड़ाई लड़ेंगी।







