छत्तीसगढ़ शराब घोटाले का मुख्य आरोपी विजय भाटिया गिरफ्तार, 2000 करोड़ की हेराफेरी का मामला

नई दिल्‍ली  :  छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाले के मुख्य आरोपी बिजनेसमैन विजय भाटिया को गिरफ्तार कर लिया गया।रविवार को उन्हें रायपुर में कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें हिरासत में भेज दिया गया। भाटिया पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

छत्तीसगढ़ पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा (एसीबी/ईओडब्ल्यू) ने कथित शराब घोटाले के सिलसिले में नई दिल्ली में कारोबारी विजय भाटिया को गिरफ्तार किया। रविवार को उन्हें रायपुर में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एसीबी/ईओडब्ल्यू की एक दिन की हिरासत में भेज दिया गया।

एसीबी/ईओडब्ल्यू के बयान के अनुसार घोटाले के मुख्य आरोपी भाटिया ने छत्तीसगढ़ में विदेशी शराब निर्माण कंपनियों और आपूर्तिकर्ताओं से बड़े पैमाने पर कमीशन लेकर कथित रूप से उन्हें अवैध लाभ पहुंचाया, जिससे सरकार को राजस्व की भारी हानि हुई।

भाटिया पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एसीबी/ईओडब्ल्यू के वकील ने बताया कि उन्हें हिरासत में लेने के लिए सोमवार को फिर से विशेष एसीबी/ईओडब्ल्यू अदालत में पेश किया जाएगा।

बयान में कहा गया है कि एसीबी/ईओडब्ल्यू ने दुर्ग और भिलाई में भाटिया, उनकी कंपनियों और उनके सहयोगियों से जुड़े आठ स्थानों पर अलग से छापेमारी की। छापेमारी के दौरान आरोपी, उनकी संबंधित कंपनियों और सहयोगियों के परिसरों से महत्वपूर्ण दस्तावेज, निवेश से संबंधित कागजात और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किए गए। इसमें कहा गया है कि दस्तावेजों का विश्लेषण और आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है।

ईडी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच हुआ था जब भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार सत्ता में थी। केंद्रीय एजेंसी ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के कारण राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ। शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेबें 2100 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध कमाई से भर गईं।

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