Health News : अब आंख में कांचियाबिंद, ट्यूमर, चोट का पता लगाना होगा बहुत आसान

HIGHLIGHTS
- बीमारियों के प्रबंधन में भी यह तकनीक कारगर सिद्ध होगी।
- संपूर्ण जानकारी कंप्यूटर के पोर्टल पर अंकित हो जाती है।
- कुछ ही मिनट में आंख के अंदर की रचनाओं की विस्तृत जानकारी मिलती है।
Health News : अब आंख में कांचियाबिंद, ट्यूमर, चोट का पता लगाना होगा बहुत आसान होगा। इसके लिए जन ज्योति सुपर स्पेशियलिटी आई हास्पिटल में मध्य भारत की पहली नान इनवेसिव बायोमेडिक्स ओफ्थल्मिक अल्ट्रासाउंड (यूबीएम) मशीन की स्थापना की गई है। यूबीएम तकनीक के द्वारा अलग-अलग तरह के कांचियाबिंद, आंख के अंदर चोट का असर, आंख के अंदर ट्यूमर, जन्मजात कांचियाबिंद आदि बीमारियों के बारे में संपूर्ण जानकारी कंप्यूटर के पोर्टल पर अंकित हो जाती है। यह एक नान इनवेसिव डायग्नोस्टिक तकनीक है, जिसमें मरीज को सीधा लेटाकर आंख में इमर्शन पद्धति से एक विशिष्ट डिजाइन कप का उपयोग किया जाता है और कुछ ही मिनट में मरीज के आंख के अंदर की रचनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त हो जाती है।
बीमारियों के प्रबंधन में भी यह तकनीक कारगर सिद्ध होगी
राष्ट्रीय जैव प्रौद्योगिकी और सूचना केंद्र के अनुसार यूबीएम एक उच्च तकनीक समाधान वाली अल्ट्रासाउंड तकनीक है, इसके द्वारा आंख के अंदर की अत्यंत सूक्ष्मतम संरचना जिसको खुली आंख या अन्य किसी उपकरण से नहीं देखा जा सकता उसका 50 से 100 मेगा हर्ट्ज़ ट्रांसड्यूसर के माध्यम से हाई फ्रीक्केंसी रियल टाइम गतिशील छवि प्राप्त की जाती है। मध्य भारत में पहली बार जबलपुरमें इस मशीन की उपलब्धता से न सिर्फ आंख की जटिल बीमारियों के निदान में सहायता मिलेगी बल्कि उक्त बीमारियों के प्रबंधन में भी यह तकनीक कारगर सिद्ध होगी और इलाज के प्रभाव की निगरानी भी इसके द्वारा की जा सकेगी।







