पुलिसकर्मी को लापरवाही पड़ी भारी, दुष्कर्म मामले में FIR में देरी पर हुई कार्रवाई, SSP ने किया सस्पेंड

जशपुरनगर :  सिटी कोतवाली प्रभारी आशीष तिवारी को एसएसपी शशि मोहन सिंह ने निलंबित कर दिया है। निलंबन की यह गाज शिक्षक द्वारा कक्षा दसवीं की छात्रा से दुष्कर्म के मामले में एफआईआर दर्ज करने में लेटलतीफी किए जाने पर गिरी है।

एसएसपी सिंह ने बताया की इस मामले में पीड़िता के स्वजनों द्वारा थाना में सूचना देने के बावजूद आरोपित शिक्षक गिरधारी यादव के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करने में देरी की गई। इस लापरवाही पर कोतवाली प्रभारी के विरुद्ध कार्रवाई की गईं है। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी जशपुर के एसडीओपी चंद्रशेखर परमा को दिया गया है। एसडीओपी परमा सात दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट देंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।

ये है पूरा मामला

एक सरकारी स्कूल में कक्षा 10वीं की छात्रा ने कोतवाली में किए गए शिकायत में आरोप लगाया है कि वह वर्ष 2024 से आरोपित शिक्षक गिरधारी राम यादव के घर मे रह कर पढ़ाई करती है। और आरोपी शिक्षक के घर मे काम भी करती है। आरोपी ने कई बार उससे छेड़छाड़ और दुष्कर्म किया है। शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने 15 नवंबर को आरोपित गिरधारी राम यादव के विरुद्ध बीएनएस की धारा 74,75,65 (2) (एम) 65 (1) और पॉक्सो एक्ट की धारा 6,8 के अंतर्गत अपराध दर्ज किया था। इस बीच आरोपित शिक्षक फरार हो गया है, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

कांग्रेस ने साधा निशाना

मामले को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया फेसबुक में किए गए एक पोस्ट में नगर पंचायत कुनकुरी के अध्यक्ष विनयशील ने आरोपित शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई में हुई देरी पर सवाल उठाते हुए इसे सरकार की संवेदन हीनता बताया है।

वहीं जशपुर एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि नाबालिग से दुष्कर्म मामले में एफआईआर में हुई देरी के मामले में प्रथम दृष्टया कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आशीष तिवारी को दोषी पाते हुए निलंबित किया गया है। मामले में एसडीओपी को जांच का आदेश दिया गया है।

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