महापौर ने किया मोहारा नदी एवं जल संयंत्र गृह का निरीक्षण

राजनांदगांव  : अत्यधिक वर्षा के कारण मोहारा नदी के जल स्तर बढने पर आज महापौर मधुसूदन यादव मोहारा शिवनाथ नदी तथा जल संयंत्रगृह का निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा एवं जल विभाग के प्रभारी सदस्य सुनील साहू, शिक्षा विभाग के प्रभारी सदस्य अलोक श्रोती, पार्षद चन्द्रकृत साहू के साथ निरीक्षण कर जल संसाधन विभाग व नगर निगम के अधिकारियो से चर्चा कर दिशा निर्देश दिए।
महापौर यादव ने मोहारा नदी निरीक्षण के दौरान नदी के जल स्तर एवं गेट खोलने के संबंध में जानकारी ली। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री निलेश रामटेके ने बताया कि वर्तमान में 15 गेट खोले गये है और अत्यधिक वर्षा एवं मोगरा बैराज से पानी छोडने के कारण नदी का जल स्तर बढने पर शेष गेट नही खुल पाया है, नदी का जल स्तर कम होने पर गेट खोला जाएगा। महापौर श्री यादव ने कहा कि संबंधित अधिकारी एनीकट की प्रतिदिन मानिटरिंग करे और जल स्तर कम होने पर तत्काल शेष गेट खोलने की कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि कई वर्षो से एनीकट का गेट नही खुला है जिससे रेत व सील्ट जमा होने से नदी की संग्रहण क्षमता कम हो गई है। सभी गेट खुल जाने से रेत एवं सील्ट बह जायेगा जिससे नदी मे संग्रहण क्षमता बढेगी। संग्रहण क्षमता बढने से इसका लाभ गर्मी मे समुचित पेयजल सप्लाई के लिए मिलेगा।

महापौर यादव ने कहा कि इस गर्मी में नदी का जल स्तर कम होने पर एनीकट के पास से चेन माउंटेन के माध्यम से सील्ट एवं कचरा निकालने की कार्यवाही की गई थी। उन्हांेने जल संसाधन विभाग के अधिकारियो से कहा कि एनीकट का सत्त निरीक्षण कर उसकी सफाई, मरम्मत एवं संधारण के कार्यो को प्राथमिकता से करे, जिससे नदी में पर्याप्त पानी का भण्डारण हो सके। उन्होंने दोनो समय पेयजल सप्लाई के विषय पर कहा कि इस गर्मी नदी में जल की कमी के कारण दो दिन में तीन समय पेयजल सप्लाई की जा रही है। नदी में पानी के संग्रहण के आधार पर बहुत जल्द शहर में दोनो समय पेयजल आपूर्ति की जावेगी।

महापौर यादव ने जल संयंत्रगृह का निरीक्षण कर वर्तमान व्यवस्था के संबंध में निगम के अधिकारियों से जानकारी लिए। आयुक्त  विश्वकर्मा ने जानकारी दी कि तीनो पालियो में कर्मचारी अपने दायित्वो का निर्वाहन कर रहे है, मशीनो में छोटी मोटी खराबी आने पर उसका तुरंत मरम्मत किया जा रहा है, बाढ जैसी स्थिति निर्मित होने पर सभी कर्मचारियो को एल्र्ट रहने कहा गया है। महापौर यादव ने कहा कि जल संयंत्रगृह में आवश्यक सामग्री फिटकरी, ब्लीचिंग, क्लोरिन गैस का पर्याप्त भंडारण रखे, इसके अलावा आवश्यक उपकरण भी रखना सुनिश्चित करे, इंटकवेल में कचरा फसने पर उसे तत्काल निकाले, जिससे पेयजल आपूर्ति बाधित न हो। उन्होंने कहा कि बाढ का पानी प्लांट में भरने पर तत्काल निकासी की व्यवस्था करे। निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग की एस.डी.ओ. किरण रामटेके, जल विभाग की प्र.सहायक अभियंता गरिमा वर्मा, उप अभियंता अनुप पाण्डे सहित प्लांट के कर्मचारी उपस्थित थे।

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