“25–35 लाख की बोली… और 25–35 तरह की गंदगी! महावीर चौक का निगम कॉम्प्लेक्स बना ‘पब्लिक बार–एंड–बाथरूम’”

राजनांदगांव : महावीर चौक में म्युनिसिपल स्कूल के सामने नगर निगम का लाखों रुपये की लागत से बना व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स आजकल एक अजीबोगरीब पहचान बना चुका है। निगम ने तो इसे 25, 30 और 35 लाख तक की बोली लगवाकर व्यापारियों को देने की योजना बनाई थी, लेकिन हकीकत में यह जगह व्यापारियों से ज्यादा “पीने-पिलाने वालों” और “खुले में शौचालय खोजने वालों” की पसंदीदा साइट बन गई है।
कॉम्प्लेक्स की सफाई व्यवस्था किसी छुट्टी पर है या स्थायी नींद में — यह निगम ही बेहतर बता सकता है। हालत यह है कि साफ-सफाई तो दूर, यहां हर दिन शराब की बोतलों, प्लास्टिक कपों और बदबूदार गंदगी का नया रिकॉर्ड बन रहा है। स्थानीय लोग और राहगीर बार-बार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन निगम के जिम्मेदारों पर जैसे ‘साइलेंट मोड’ लगा हुआ है।
लाखों रुपये में नीलाम होने वाला यह व्यवसायिक परिसर अब व्यावसायिक कम और ‘अवैधानिक नशा केंद्र’ ज्यादा दिखाई दे रहा है। आसपास के स्कूली बच्चों और निवासियों के स्वास्थ्य पर इसका असर पड़ रहा है, परंतु सफाई के नाम पर निगम की कोई आवाज़ नहीं सुनाई देती।
लोगों का तंज है कि—
“कॉम्प्लेक्स की बोली तो करोड़ों वाली सोच के साथ लगती है, लेकिन सफाई की सोच आज भी ‘पांच रुपये वाले झाड़ू’ पर अटकी है।”
अब देखना यह है कि निगम इस शर्मनाक स्थिति को ठीक करता है या फिर यह कॉम्प्लेक्स महावीर चौक का ‘स्थायी गंदगी स्मारक’ बनकर ही रह जाएगा।







