रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत द्वारा छात्र-छात्राओं को साइकिल वितरण, मेधावी विद्यार्थियों को सम्मान एवं शालाओं के समग्र विकास का आह्वान

रायपुर  : रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत ने आज पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिषर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में सरस्वती साइकिल योजना के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को साइकिलों का वितरण किया। इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने बच्चो से आग्रह किया कि वे शाला में नियमित उपस्थिति रखे  एवं कठिन परिश्रम कर प्रवीण्य सूची में अपना स्थान बनावे ।

मूणत ने शिक्षकों से भी आग्रह किया कि वे विषयों की जटिलताओं को दूर कर छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करें ताकि शासकीय विद्यालयों के छात्र भी शैक्षणिक उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों को छू सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की अतिरिक्त मेहनत से ही सरकारी स्कूलों की साख और गुणवत्ता को बेहतर किया जा सकता है। शाला विकास समिति के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केवल पद पर बने रहना ही कोई उपलब्धि नहीं है बल्कि विद्यालय में साफ-सफाई, स्वच्छता, विद्यार्थियों की समस्याओं के निराकरण एवं शिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित कर शालाओं का सर्वांगीण विकास भी उनकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।

इसके उपरांत, मूणत ने डगनिया स्थित हायर सेकंडरी विद्यालय में भी साइकिल वितरण कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले दो मेधावी छात्रों को *₹10,000/- के चेक कार्यक्रम में ही प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि शासकीय विद्यालयों को संसाधनों से भरपूर बनाना उनका प्राथमिक लक्ष्य है, ताकि यहां अध्ययनरत हर छात्र को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं खेल सुविधाएं मिल सकें।मूणत ने घोषणा की कि वे अपने से विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक शासकीय विद्यालय में *एक-एक वाटर कूलर* स्थापित करवाएंगे ताकि विद्यार्थियों को स्वच्छ और ठंडा पेयजल सहज रूप से उपलब्ध हो सके।

इसके साथ ही मूणत ने यह भी घोषणा की कि आगामी दिनों में रायपुर पश्चिम विधानसभा के अंतर्गत आने वाले सभी शासकीय विद्यालयों में “खेल मड़ई” का आयोजन किया जाएगा, जिसमें छात्र-छात्राओं को विभिन्न खेलों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि उनके सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने उपस्थित सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि वे शालाओं का नियमित दौरा करें तथा प्राचार्य व शिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित कर शैक्षणिक परिणामों को 100%* तक लाने का प्रयास करें।यह कार्यक्रम विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं शाला प्रबंधन के बीच सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाला रहा, जो भविष्य में क्षेत्र के शासकीय विद्यालयों की गुणवत्ता और परिणामों को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगा।

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